ऐसा कभी- कभी होता है की आप खोज कुछ और रहे होते है और आपको मिल कुछ और जाता है लेकिन जो मिलता है वो भी अगर आपको उतना ही खुश कर दे तो ऐसी ही एक ग़ज़ल की खोज के दौरान मेरे साथ हुआ
जो ग़ज़ल खोज रहा था वो तो मिली नहीं पर जो दूसरी मिली वो थी " रफ्ता रफ्ता वो मेरी हस्ती का सामां हो गए "
पर आवाज़ की गायिका का नाम मालुम ना चल सका .. ना ही इसको अपलोड करने वाले जनाब ने उनका जिक्र किया . जब मैंने कोशिश की तो नाम भी आखिर मिल ही गया ..इसे गाया है प्ले बेक सिंगर humaira channa ने .. लेकिन जो बात सबसे बढ़िया थी ..वो यह थी की जिस खूबसूरती से इसे गाया है उसी तरह विडियो एडिटिंग भी शानदार की गयी है कहे तो लगता ही नहीं की यह ग़ज़ल उनपर ना फिल्माई गयी हो ..जो की जोधा अकबर मूवी के कुछ लम्हों पे है उम्मीद है यह बाकी सबको भी पसंद आएगा ..
जो ग़ज़ल खोज रहा था वो तो मिली नहीं पर जो दूसरी मिली वो थी " रफ्ता रफ्ता वो मेरी हस्ती का सामां हो गए "
rafta
एक शानदार ग़ज़ल जिसे हर उस शख्स ने सुना होगा जो ग़ज़ल से प्यार करता है जनाब मेहदी हसन की यह दिलकश ग़ज़ल आखिर भूल कोन सकता है लेकिन जो ग़ज़ल मुझे मिली वो फीमेल वर्जन में .......पर आवाज़ की गायिका का नाम मालुम ना चल सका .. ना ही इसको अपलोड करने वाले जनाब ने उनका जिक्र किया . जब मैंने कोशिश की तो नाम भी आखिर मिल ही गया ..इसे गाया है प्ले बेक सिंगर humaira channa ने .. लेकिन जो बात सबसे बढ़िया थी ..वो यह थी की जिस खूबसूरती से इसे गाया है उसी तरह विडियो एडिटिंग भी शानदार की गयी है कहे तो लगता ही नहीं की यह ग़ज़ल उनपर ना फिल्माई गयी हो ..जो की जोधा अकबर मूवी के कुछ लम्हों पे है उम्मीद है यह बाकी सबको भी पसंद आएगा ..
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